प्रस्ताविक
. इस दुनिया मे लाखो-करोडो लोग रहते है . सब लोगो की अलग अलग पहचान होती है . समाज में कुछ लोगों का कहना है कि नाम मे क्या रखा है ? लेकिन नाम से ही कुछ लोगो की अलग ही पहचान होती है महात्मा गांधी , मदर तेरेसा , बिल गेट्स , जॉर्ज वॉशिंग्टन , ए पी जे अब्दुल कलाम , पी. टी. उषा , रतनजी टाटा , मुकेश अंबानी , अमिताभ बच्चन , सचिन तेंडुलकर की पहचान उनके नाम से ही होती है. अपने कर्तुत्व के आधार पर उन्होंने अपने अपने क्षेत्र मे पूरी दुनिया में नाम रोशन किया है.
भारत देश के एक महान थोर समाज सुधारक , विचारवंत , भारतीय राज्यघटना के शिल्पकार ,बहुजन समाज और दिन दलीतो के उद्धारक , जीन का नाम भारत की इतिहास मे सुनहरी अक्षरो मे लिखा जाता है वह नाम है डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर .
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर
प्राचीनतम कालखंड
प्राचीनतम कालखंड मे भारत मे जातिभेद ,वर्णभेद ,धर्मभेद, वर्गभेद, उच्च नीच भेदभाव , स्पृश्य-अस्पृश्य का भेदभाव किया जाता Education का अभाव होने के कारण समाज मे अस्पृश्य लोगो के हालात अच्छे नही थे.Education लेने का हक सिर्फ समाज के उच्चवर्णीय को था. अज्ञान और अंधश्रद्धा की वजह से समाज मे अस्पृश्य लोगो के हालात बहुत बुरे थे.Education और स्वातंत्र्य का अभाव था. समाज मे स्पृश्य-अस्पृश्य का पालन सभी लोगो को करना पडता था. अस्पृश्य समाज के लोगो को समाज मे घुमना , तालाब मे से पाणी भरणा, मंदिर मे प्रवेश करणे मे भी मनाई थी. जब तक समाज के अस्पृश्य लोगो को Education नही मिलेगा तब तक अस्पृश्य लोगो का विकास नही होगा इसलिये डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने Education का आग्रह किया था.
डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर के शैक्षणिक विचार .
डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर ने समाज मे परिवर्तन लाने के लिए Education का महत्व जान लिया था. जब तक समाज के दिन दलीतो और बहुजन समाज के लोगो को Education नही मिलता तब तक समाज मे परीवर्तन नही हो सकता. बहुजन समाज को अज्ञान अंधश्रद्धा से मुक्त करने के लिए Education होना जरुरी है इसलिये डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने दिन दलीतऔर बहुजन समाज को शैक्षणिक मंत्र दिया था.
Education लेकर संगठित होना और लडना सिखे
समाज मे परिवर्तन लाने के लिए Education होना बहुत जरुरी है. डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने बहुजन समाज और दिन दलीतो के उद्धार करने के लिए Education का महत्व जान लिया था इसलिये उन्होने दिन दलीतो के और अस्पृश्य लोगो को Education लेने को कहा था.Education लेकर आप संघटित हो सकते हो और समाज मे संघर्ष कर सकते हो . जब तक समाज के अस्पृश्य लोगो को Education नही मिलता तब तक समाज का विकास नही हो सकता. अस्पृश्य समाज की सभी समस्या का हल सिर्फ Education ही हे.
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के शैक्षणिक गुरु महात्मा ज्योतिबा फुले थे. महात्मा ज्योतिबा फुले के शैक्षणिक विचारो से डॉ .बाबासाहेब आंबेडकर बहोत प्रभावित थे इसलिये उनको अपना गुरु मानते थे. संत कबीर और भगवान गौतम बुद्ध के विचारो का प्रभाव डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर पर पडा था इसलिये उन्होने हिंदू धर्म का त्याग करके बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी.
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का परिचय
1) डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का जन्म 14 एप्रिल 1891 मे भारत के मध्यप्रदेश राज्य के महू गाव मे हुआ था.
2) डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के पिताजी का नाम रामजी और मा का नाम भिमाबाई था.
रामजी & भिमाबाई
3) डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के पिताजी का नाम रामजी मालोजी सपकाळ था.
4) डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का गाव भारत के महाराष्ट्र राज्य के रत्नागिरी जिल्हे मे अंबावडे हे.
5) सुभेदार रामजी और भिमाबाई के डॉ . बाबासाहेब आंबेडकर 14 वे अपत्य थे.
6) डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का जन्म हिंदु धर्म के महार जाती मे हुआ था.
7) डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का प्राथमिक शिक्षण दापोली गाव मे हुआ था.
8) डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का माध्यमिक शिक्षण महाराष्ट्र के सातारा जिल्हे मे हुआ था.
9) डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने बॉम्बे के एलफिस्टन हायस्कूल से मॅट्रिक की परीक्षा पास हो गये थे.
10) डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने एलफिन्स्टन महाविद्यालय से बी. ए. की पदवी प्राप्त की थी.
11) डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को उच्च शिक्षा के लिए बडोदा नरेश महाराज सयाजीराव गायकवाड ने आर्थिक मदत कि थी.
12) डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने अमेरिका के कोलंबिया विद्यापीठ से 1916 -17 मे अर्थशास्त्र मे एम. ए. और पीएच. डी. की पदवी संपादन की थी.
13) डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को उच्च शिक्षा के लिए महाराष्ट्र के कोल्हापूर के छत्रपती राजश्री शाहू महाराज ने आर्थिक मदत कि थी.
14) डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने लंडन मे 1923 मे बॅरिस्टर की पदवीप्राप्त की थी.
15) डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने भारत के बॉम्बे हायकोर्ट मे वकालत सुरु की थी .
16) डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने बॉम्बे के सिडनेहॅम महाविद्यालय मे प्राध्यापक की नोकरी की थी.
17) डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने बॉम्बे की सरकारी विधी महाविद्यालय मे प्राचार्य पद भी संभाल लिया था.
डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर के शैक्षणिक कार्य
1) डॉ बाबासाहेब आंबेडकर ने दिन दलित और बहुजन समाज के शैक्षणिक विकास के लिये बहिष्कृत हितकारणी सभा 1924 मे स्थापित की थी.
2) डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर ने 1927 मे समता संघ की स्थापना की थी.
3) समाज के अस्पृश्य लोगो के लिये वाचनालय खोल दिया था.
4) बहुजन समाज के लोगो के लिए प्रौढ शिक्षण वर्ग का निर्माण किया था.
5) दीनदलित और बहुजन समाज के बच्चो के लिए वसतिगृह का निर्माण किया था.
6) डॉ बाबासाहेब आंबेडकर ने औरंगाबाद शहर मे मिलिंद महाविद्यालय खोल दिया था.
7) डॉ .बाबासाहेब आंबेडकर ने सार्वत्रिक Education का आग्रह किया था.
8) सबको Education और मुक्त मिलना चाहिये ऐसा उनका आग्रह था.
9) अस्पृश्य समाज के शैक्षणिक विकास के लिये 1925 मे वसतिगृह की स्थापना महाराष्ट्र राज्य के सोलापूर शहर मे कि थी.
10) डॉ बाबासाहेब आंबेडकर ने 14 जून 1928 मे दलित शिक्षण संस्था की स्थापना की थी.
11) दीनदलित और बहुजन समाज के शैक्षणिक विकास के लिये 8 जुलै 1945 मे पीपल्स एज्युकेशन सोसायटी की स्थापना डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर ने कि थी.
12) डॉ .बाबासाहेब आंबेडकर ने 1950 मे मिलिंद महाविद्यालय की स्थापना महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर मे की थी.
13) डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने 1956 मे बॉम्बे मे सिद्धार्थ विधी महाविद्यालय खोल दिया था.
14) दीनदलित और अस्पृश्य समाज के बच्चो के लिये शिष्यवृत्ती योजना शुरु की थी.
डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर का सामाजिक कार्य
1) छत्रपती राजश्री शाहू महाराज की सहायता से डॉ .बाबासाहेब आंबेडकर ने मूकनायक 1920 मे (साप्ताहिक) खोल दिया था.
2) बहुजन समाज मे जनजागृती लाने के लिए बहिष्कृत भारत, समता, जनता नाम के अखबार खोलकर समाज मे जनजागृती करने का प्रयास किया था.
3) बहुजन समाज के विकास के लिये 20 जुलै 1924 को बॉम्बे मे बहिष्कृत हितकारणी सभा की स्थापना की थी.
4)20 मार्च 1927 मे डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर ने महाराष्ट्र राज्य के महाड मे चवदार तळ्याचा सत्याग्रह किया था.
5) डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने मनुस्मृति ग्रंथ का दहन 1927 मे किया था.
6) डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने महाराष्ट्र राज्य के पूना शहर मे 1929 मे पर्वती मंदिर मे प्रवेश करने के लिए सत्याग्रह किया था.
7) डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने 1930 मे महाराष्ट्र के नाशिक शहर मे काळा राम मंदिर मे अस्पृश्य लोगो को प्रवेश मिलने के लिए सत्याग्रह किया था.
8) डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर ने 1930 मे लंडन की गोलमेज परिषद मे अस्पृश्य समाज के उद्धार के लिए स्वतंत्र मतदार संघ कि मांग की थी.
9) महात्मा गांधी और डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मे 1932 मे पुणे करार हुआ था.
10)1936 मे डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर ने लेबर पार्टी ऑफ इंडिया की स्थापना की थी.
11) ऑल इंडिया शेड्यूल्ड कास्टस फेडरेशन की स्थापना 1942 मे डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने की थी.
12) 1947 मे मसुदा समिती के अध्यक्ष डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर थे.
13) भारत की राज्यघटना का शिल्पकार डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को माना जाता है.
14) कास्ट इन इंडिया, हु वेअर द सुद्धाज, बुद्ध अँड हिज धम्म इन ग्रंथो का निर्माण डॉ .बाबासाहेब आंबेडकर ने किया था.
15) डॉ .बाबासाहेब आंबेडकर ने 14 ऑक्टोबर 1956 मे हिंदू धर्म का त्याग करके बौद्ध धर्म की दीक्षा महाराष्ट्र के नागपूर शहर ली थी.
16) 6 डिसेंबर 1956 मे डॉ बाबासाहेब आंबेडकर का महापरिनिर्वाण हो गया था.
मेरे प्यारे प्यारे दोस्तो
इस आर्टिकल मे थोर समाज सुधारक डॉ .बाबासाहेब आंबेडकर का परिचय, डॉ .बाबासाहेब आंबेडकर शैक्षणिक विचार कैसे थे. दीनदलित और बहुजन समाज के शैक्षणिक और सामाजिक विकास मे डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का योगदान बहुत बडा था. मुझे उम्मीद है की आप सभी को मेरा आर्टिकल बहुत पसंद आया होगा इसलिये मेरे प्यारे प्यारे दोस्तों इसे लाईक करते रहना और ये जानकारी अपने दोस्तो को भी शेअर करना चाहिये इसलिये शेअर करते रहिये ताकी ए जानकारी अपने दोस्तो के भी किसी काम आ सकती है इसलिये शेअर करते रहना .
Thanks All friends
Very nice sirji
जवाब देंहटाएंपरम पूज्य डॉ बाबासाहेब आंबेडकर यांनी देशासाठी केलेल्या महान कार्याबद्दल यामध्ये अतिशय महत्त्वाची माहिती दिली आहे
जवाब देंहटाएंडॉ बाबासाहेब आंबेडकर यांनी जीवनात सतत संघर्ष करून कठीण परिस्थितीत अतिशय उच्च शिक्षण घेऊन देशातील गोरगरीब समाजासाठी फार मोठे कार्य केले आहे त्यांनी सर्व समाजाला बंधुभाव समता एकात्मता ही शिकवण दिली
शिका संघटित व्हा आणि संघर्ष करा
अशी शिकवण त्यांनी समाजाला दिली
डॉ बाबासाहेब आंबेडकर हे जागतिक किर्तीचे अर्थ तज्ञ कायदेतज्ज्ञ होते त्यांनी देशासाठी फार मोठे कार्य केले आहे आपल्या भारतीय राज्यघटनेचे ते शिल्पकार आहेत भारतमातेच्या संविधानासाठी
देशसेवेसाठी त्यांचे योगदान खूप मोलाचे आहे
डॉ आंबेडकर हे भारत मातेचे महान सुपुत्र आहेत त्यांच्यामुळे आज देशातील नागरिक सुखी जीवन जगत आहे
धन्यवाद भारत माता की जय
भारतरत्न डॉ बाबासाहेब आंबेडकर यांना त्रिवार वंदन
Very nice 👍
जवाब देंहटाएंVery nice
जवाब देंहटाएंVery good
जवाब देंहटाएंVery nice for all
जवाब देंहटाएंThis article is very nice
जवाब देंहटाएं